डिमैट अकाउंट (Demat Account) एक डिमैटेरियलाइज़्ड अकाउंट (Dematerialised Account) होता है, जिसमें आपके निवेश जैसे शेयर्स, बॉन्ड्स, ईटीएफ, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज और म्युचुअल फंड्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है |
शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। हालांकि, इस डिजिटल युग में निवेश जितना आसान होता जा रहा है, उतनी ही उसकी सुरक्षा को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं |
“क्या Demat Account Safe है?” और “क्या Demat Account Hack हो सकता है?” जैसे कई सवाल आज लोगों के मन में आम चिंता का कारण बन चुके हैं |
लेकिन डिमैट अकाउंट हैकिंग और उसकी सुरक्षा को लेकर अचानक इतनी चिंता क्यों बढ़ गई है?
चलिए इस ब्लॉग पोस्ट में आपकी इस दुविधा को दूर करते हैं |
Kya Demat Account Hack Ho Sakta Hai?
हां, डिमैट अकाउंट हैक हो सकता है | इंटरनेट से जुड़े डिमैट अकाउंट्स को यूज़र की लापरवाही या ब्रोकरेज फर्म की कमजोर सुरक्षा व्यवस्था के कारण हैक किया जा सकता है | भले ही SEBI के कड़े सुरक्षा नियम डिमैट अकाउंट को काफी हद तक सुरक्षित बनाते हैं, फिर भी फिशिंग अटैक, सिम स्वैप फ्रॉड, और मालवेयर अटैक जैसे साइबर हमलों के ज़रिए इसे आसानी से निशाना बनाया जा सकता है |
हाल ही में ऐसे कई केस सामने आए हैं, जिनमें लापरवाही या साइबर अटैक्स के चलते डिमैट अकाउंट्स हैक हुए और निवेशकों को लाखों–करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा | ऐसे मामलों से सीखते हुए, अब समय है सतर्क होने का |
जून 2024 – पुणे में 70 लाख की हैकिंग का मामला
जून 2024 में पुणे में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां एक व्यक्ति के Demat अकाउंट से 70 लाख रुपए के शेयर हैकिंग के ज़रिए चुरा लिए गए। पुलिस के अनुसार आरोपी ठग के खिलाफ छत्रपति संभाजीनगर में 7-8 अन्य लोग शिकार बनाकर पैसे चुराने के लिए केस दर्ज किया गया है |
1 करोड़ से ज़्यादा की चोरी – महाराष्ट्र में मई 2025 में बड़ा फ्रॉड
मई 2025 को महाराष्ट्र के ठाणे में Demat अकाउंट हैकिंग का एक और बड़ा मामला सामने आया, एक व्यक्ति के डिमैट अकाउंट को हैक कर, 1.26 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर चुराए गए | ठगों ने पीड़ित के नाम से फर्जी पहचान पत्र बनवाकर एक नया बैंक खाता खोला। इसके बाद, उन्होंने डिमैट अकाउंट को हैक कर शेयरों को बेच दिया और प्राप्त राशि को उस फर्जी खाते में ट्रांसफर कर दिया
यह घटना 2017 और 2018 के बीच हुई थी, लेकिन इसकी जानकारी बाद में सामने आई।
रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी का मामला (19 जुलाई 2022)
हैकर ने फोन करके ब्रोकिंग फर्म का होने का दावा किया।
KYC अपडेट के बहाने OTP मांगा और खाते तक पहुंच बना ली।
1.46 करोड़ रुपये के ब्लू-चिप शेयर बेच दिए |
इन घटनाओं से सवाल उठता है — SEBI की कड़ी निगरानी और नियमों के बावजूद डिमैट अकाउंट हैक क्यों हो रहे हैं? और इससे कैसे बचा जा सकता है?
इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि आप अपने डिमैट अकाउंट को स्कैमर्स और साइबर धोखाधड़ी से कैसे सुरक्षित रख सकते हैं, कौन-कौन सी सावधानियां जरूरी हैं, और किन बातों का इस्तेमाल के दौरान विशेष ध्यान रखना चाहिए |
तो चलिए, जानते हैं उन जरूरी पहलुओं को, जो हर डिमैट यूज़र को जानना चाहिए ताकि निवेश न सिर्फ फायदेमंद हो, बल्कि सुरक्षित भी |
Demat Account Hack होने के क्या कारण हैं?
डिमैट अकाउंट हैक होने के कई सारे कारण हो सकते हैं जिन्हें आगे विस्तार में बताया गया है :
1. यूज़र की लापरवाही
कमजोर पासवर्ड रखना, पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करना, या लॉगआउट न करना – ये सभी आदतें आपके डिमैट अकाउंट की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं |
2. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का न होना
अगर आप 2FA एक्टिवेट नहीं करते हैं, तो सिर्फ पासवर्ड के भरोसे अकाउंट को सुरक्षित रखना बहुत जोखिम भरा हो सकता है |
3. फिशिंग अटैक
स्कैमर फर्जी ईमेल या वेबसाइट्स के जरिए आपकी लॉगिन डिटेल्स चुरा सकते हैं और आपको फिशिंग स्कैम मे फसा सकते हैं |
4. सिम स्वैप फ्रॉड
सिम स्वैप फ्रॉड में हैकर आपकी निजी जानकारी चुराकर आपके मोबाइल नंबर या सिम को अपने नाम धोखाधड़ी से कर लेते हैं और बाद में डीमैट अकाउंट को आसानी से ओटीपी एसएमएस के जरिए हैक कर लेते हैं |
5. डिवाइस में मालवेयर होना
अगर आपके मोबाइल या कंप्यूटर मे वायरस या मालवेयर आ गया है, तो आपकी निजी जानकारी आसानी से लीक हो सकती है |
6. ब्रोकरेज फर्म की कमजोर साइबर सिक्योरिटी
अगर आपका डिमैट अकाउंट जिस प्लेटफॉर्म पर है, उसकी सिक्योरिटी मजबूत नहीं है, तो हैकर्स को वहां से भी हैक करने का अवसर मिल सकता है |
7.ब्रोकरेज फॉर्म का प्रतिनिधि बनकर
कुछ स्कैमर KYC या नए सिक्योरिटी अपडेट के बहाने OTP या अकाउंट डिटेल्स मांगकर आपके धोखाधड़ी का शिकार बना सकते हैं |
8. IPO दिलाने का लालच
IPO में निवेश करने वालों को स्कैमर 100% अलॉटमेंट का वादा कर झांसे में ले आते हैं और फिर अकाउंट डिटेल लेकर ठगी का शिकार बनाते हैं |
9. मुनाफे का लालच देना
“शेयर खरीदो, जल्दी दोगुना मुनाफा मिलेगा” – ऐसे लालच देकर स्कैमर भोले निवेशकों को अपने जाल में फंसा लेते हैं |
10. पासवर्ड या अकाउंट डिटेल्स शेयर करना
अगर आप अपने डिमैट अकाउंट की डिटेल्स किसी और के साथ शेयर करते हैं, तो यह हैकर्स के लिए आसान मौका बन जाता है आपके अकाउंट को कंट्रोल में लेने का |
Demat Account Hack होने के संकेत क्या हैं?
डिमैट अकाउंट हैक करना इतना आसान नहीं होता, लेकिन कई बार हमारी आंखों के सामने ही इसके संकेत नजर आते हैं, जिन्हें हम अनदेखा कर देते हैं | ऐसा करके हम अनजाने में हैकर्स का काम और आसान बना देते हैं, जिसका परिणाम हमें भारी नुकसान के रूप में भुगतना पड़ता है |
तो क्या आपको पता है कि कौन-कौन से ऐसे संकेत डिमैट अकाउंट हैक होने के हो सकते हैं?
इन संकेतों को पहचानकर आप समय रहते सावधानी बरत सकते हैं और अपने डिमैट अकाउंट को हैक होने से बचा सकते हैं |
- अनजान ट्रांजैक्शन या ट्रेड दिखना: आपके खाते में आपकी अनुमति के बिना लेन देन होना |
- लॉगिन के समय वेबसाइट डाउन दिखाना: डिमैट अकाउंट लॉगिन करते समय बार-बार सर्वर डाउन हो जाना या वेबसाइट अपने आप Cancel हो जाना |
- पहले डाटा लीक हो चुका हो: अगर पहले कभी आपके किसी पुराने किसी अकाउंट से आपकी पर्सनल डीटेल्स लीक हो चुकी है — चाहे वह बैंक, ईमेल,मोबाइल नंबर या निवेश से जोड़ी कोई जानकारी हो तो आपका डिमैट अकाउंट दोबारा हैक हो सकता है |
- निवेश से जुड़े फर्जी ईमेल और ऑफर्स आना: अगर अचानक आपको निवेश खाता खोलने या शेयर खरीदने के संदिग्ध ऑफर्स ईमेल में आने लगें, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी जानकारी से कोई स्कैमर नया अकाउंट खोलने की कोशिश कर रहा है |
- अनजान डिपॉजिट या क्रेडिट का दिखना:ऐसा पैसा या निवेश जो आपने खुद नहीं किया है आपके अकाउंट मे दिखाई देना ये भी एक अकाउंट हैक होने का संकेत होता है |
- बंद अकाउंट से जुड़ी जानकारी आना:अगर आपने डिमैट अकाउंट बंद कर दिया है फिर भी उससे जुड़े मैसेज या ईमेल मिल रहे हैं, तो यह साफ खतरे की घंटी है |
- फर्जी KYC या OTP कॉल्स: ब्रोकरेज के नाम पर आपको किसी अंजान नंबर से KYC अपडेट या OTP मांगने वाली कॉल आए तो यह स्कैम हो सकता है |
- किसी और का बैंक खाता लिंक होना:अगर आपके ट्रेडिंग अकाउंट से किसी और के बैंक अकाउंट की डिटेल लिंक हो गई है, तो यह सुरक्षा में बड़ी चूक है और आपके Demat Account मे गड़बड़ी होने का संकेत है |
- अकाउंट स्टेटमेंट मिलना बंद होना: आपको समय पर अकाउंट स्टेटमेंट मिलना बंद हो जाना भी डिमैट अकाउंट हैकिंग का संकेत हो सकता है |
Demat Account Hack होने पर क्या नुकसान हो सकता है?
- Shares का Unauthorized Transfer : अगर कोई अनजान व्यक्ति आपके अकाउंट तक पहुंच जाता है, तो वह आपके शेयर बिना आपकी जानकारी के किसी और को ट्रांसफर कर सकता है। यह सीधी आर्थिक हानि है, जिसे रिकवर करना मुश्किल हो सकता है |
- Trading Losses (नुकसान में अनचाही ट्रेडिंग) : कभी-कभी हैकर्स या फ्रॉड करने वाले लोग आपके नाम से ऐसे शेयर खरीदते या बेचते हैं जो आपने प्लान नहीं किए थे | इससे भारी नुकसान हो सकता है क्योंकि वे ट्रेडिंग आपके फायदे के लिए नहीं, बल्कि अपने फायदे के लिए करते हैं |
- Bank Account से जुड़े खतरे : जब आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो डिमैट अकाउंट के साथ-साथ बैंक अकाउंट भी लिंक किया जाता है | अगर कोई हैकर आपके डिमैट अकाउंट को हैक कर लेता है, तो उसके पास आपके बैंक अकाउंट की जानकारी भी पहुंच सकती है | ऐसे में वह आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकालने की कोशिश कर सकता है, जिससे आर्थिक हानि हो सकती है |
- पहचान की चोरी (Identity Theft) : अगर कोई आपकी पर्सनल जानकारी जैसे पैन नंबर, आधार, मोबाइल नंबर आदि चुरा लेता है, तो उसका गलत इस्तेमाल करके फर्जी ट्रेडिंग या निवेश कर सकता है | इससे आपकी पहचान को खतरा हो जाता है |
- Credit Score पर असर : अगर डिमैट अकाउंट हैक होने के बाद आपके नाम पर किसी तरह का लोन या कोई वित्तीय लेन-देन हो जाता है, तो इसका सीधा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है | इससे भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड अप्रूवल में परेशानी आ सकती है |
- कानूनी और मानसिक तनाव : अगर आपके अकाउंट से गलत काम होते हैं, तो आपको कानूनी नोटिस या जांच का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही मानसिक तनाव भी बढ़ता है क्योंकि बिना गलती के आपको जवाब देना पड़ता है |
- डिजिटल इन्वेस्टमेंट पर विश्वास कमजोर होना : एक बार जब किसी को इस तरह का अनुभव हो जाता है, तो वह डिजिटल तरीके से निवेश करने से डरने लगता है | इससे फाइनेंशियल ग्रोथ के मौके छूट सकते हैं |
- ट्रेडिंग में रुकावट : अगर आपका अकाउंट असुरक्षित हो गया है या जांच के चलते फ्रीज कर दिया गया है, तो आप नए ट्रेड नहीं कर सकते | इससे नुकसान के साथ-साथ निवेश के अच्छे मौके भी छूट जाते हैं |
अगर आपका Demat Account Hack हो जाए तो क्या करें? (Step-by-Step Guide)
1. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को तुरंत सूचित करें
- जैसे ही आपको किसी संदिग्ध या अनचाहे लेन-देन की जानकारी मिले |
- अपने DP को कॉल करें या रजिस्टर्ड ईमेल से सूचित करें |
- उन्हें अकाउंट को अस्थायी रूप से ब्लॉक करने के लिए कहें |
2. लिखित शिकायत तैयार करें
- धोखाधड़ी से संबंधित पूरी जानकारी के साथ एक लिखित शिकायत बनाएं |
- इसे अपने DP और संबंधित स्टॉक एक्सचेंज को भेजें |
- SEBI की वेबसाइट पर जाकर SCORES पोर्टल के ज़रिए ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज करें |
3. पुलिस या साइबर सेल में रिपोर्ट करें
- नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में FIR दर्ज करवाएं |
- सभी सबूत जैसे कि ईमेल, स्क्रीनशॉट और लेन-देन रसीदें संलग्न करें |
4. पासवर्ड और सुरक्षा सेटिंग्स अपडेट करें
- डिमैट अकाउंट, मोबाइल ऐप और लिंक्ड अकाउंट्स का पासवर्ड तुरंत बदलें |
- 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) और पिन सुरक्षा ऑन करें |
- अगर संभव हो तो बायोमेट्रिक लॉगिन का उपयोग करें |
5. लेन-देन और स्टेटमेंट्स की गहन जांच करें
- अपने बैंक और डिमैट अकाउंट स्टेटमेंट को ध्यान से चेक करें |
- कोई भी असामान्य या अनधिकृत लेन-देन मिलते ही नोट करें और DP को सूचित करें |
6. मुख्य डिपॉजिटरी (NSDL/CDSL) को सूचित करें
- डिपॉजिटरी (NSDL/CDSL) को तुरंत संपर्क करें,घटना की पूरी जानकारी से अवगत कराएं |
- ये Demat Account hack शिकायत की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं |
- समय रहते सूचित कनरने पर न सिर्फ जांच में मदद मिलती है, बल्कि संभावित वित्तीय नुकसान से भी बचा जा सकता है |
7. बैंक अकाउंट और क्रेडिट रिपोर्ट मॉनिटर करें
- अपने बैंक खाते में किसी भी संदिग्ध ट्रांजैक्शन पर नजर रखें |
- समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें, जिससे पहचान की चोरी का पता चल सके |
8. सभी संस्थाओं के साथ नियमित फॉलो-अप करें
- DP, पुलिस, SEBI और डिपॉजिटरी से फॉलो-अप करते रहें |
- उनके द्वारा बताए गए सभी निर्देशों को समय पर पूरा करें |
- अपनी शिकायत की स्थिति पर अपडेट लेते रहें |
9. अकाउंट की सुरक्षा और टेक्नोलॉजी सेटिंग्स मजबूत करें
- पासवर्ड समय-समय पर बदलें |
- लेन-देन और लॉगिन अलर्ट को ऑन रखें |
- सार्वजनिक वाई-फाई से लॉगिन करने से बचें |
10.यदि आवश्यक हो तो कानूनी मदद लें
- अगर समस्या सुलझ नहीं रही हो या बड़ा वित्तीय नुकसान हुआ हो |
- किसी साइबर कानून या वित्तीय मामलों के वकील से संपर्क करें |
- वे आपको सही कानूनी मार्गदर्शन देंगे |
11. आगे से सतर्क और जागरूक रहें
- भविष्य में ऐसी घटनाओं ना हो इसलिए डिमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट पर विशेष ध्यान रखें |
- साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी खबरें पढ़ते रहें |
- अपने परिवार को भी जागरूक करें |
डिमैट अकाउंट से जुड़ी धोखाधड़ी से निपटना मुश्किल हो सकता है, लेकिन यदि आप इन स्टेप्स को सही समय पर अपनाते हैं, तो आप अपने नुकसान को रोक सकते हैं और निवेश को सुरक्षित बना सकते हैं |
सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है |
Demat Account को Hack होने से कैसे बचाएं?

1. मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें
अपने डिमैट अकाउंट के लिए एक स्ट्रॉंग और यूनिक पासवर्ड बनाएं जिसमें छोटे-बड़े अक्षर, संख्याएं और स्पेशल कैरेक्टर्स को शामिल करें | जन्मदिन या अपना नाम या हमेशा इस्तेमाल किए जाने वाले साधारण शब्दों का प्रयोग न करें और कोशिस करें की साल मे 2-3 बार पासवर्ड जरूर बदलें |
2. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) जरूर चालू करें
अपने डिमैट अकाउंट में लॉगिन के लिए दो-स्तरीय सुरक्षा (जैसे OTP) का इस्तेमाल करें | इससे आपका अकाउंट और भी सुरक्षित रहेगा |
3. हर सेशन के बाद पूरी तरह से लॉगआउट करें
केवल ब्राउज़र या एप बंद करने से लॉगआउट नहीं होता हमेशा “Logout” बटन पर बड़ा कर पूरी तरह से logout करें और रिफ्रेश कर के चेक करें logout हुआ है या नहीं और पब्लिक डिवाइस या ब्राउज़र पर अकाउंट लॉगिन ना करे |
4. अलग डील-ओनली अकाउंट बनाएं
ट्रेडिंग और होल्डिंग के लिए अलग-अलग अकाउंट रखें। डील-ओनली अकाउंट में नामिनी जोड़ें और लंबे समय की होल्डिंग को मुख्य डिमैट अकाउंट में रखें |
5. पासवर्ड सेव न करें
दुबारा पासवर्ड टाइप ना करना पड़े इसलिए हम “Remember Me” का ऑप्शन का इस्तेमाल करते हैं इससे बचें और हर बार लॉगिंग करते समय पासवर्ड खुद से भरें ऑटो फिल ऑप्शन का इस्तेमाल टालें |
6. साइबर सिक्योरिटी ऐप्स इंस्टॉल करें
अपने मोबाइल या कंप्यूटर में अच्छा एंटीवायरस, फायरवॉल और मैलवेयर प्रोटेक्शन रखें | इन्हें समय-समय पर अपडेट करते रहें |
7. SMS अलर्ट्स पर नजर रखें
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अक्सर Demat अकाउंट से जुड़े SMS या ईमेल अलर्ट को अनदेखा कर देते हैं। यही छोटी सी लापरवाही साइबर अपराधियों को आपका अकाउंट टारगेट करने का मौका दे सकती है | इसलिए, Demat Account से जुड़ी हर सूचना को गंभीरता से लें | अगर किसी भी एक्टिविटी में कुछ असामान्य लगे तो तुरंत कार्रवाई करें |
अपने डिमैट अकाउंट से जुड़े हर को ध्यान से पढ़ें | कोई अनचाही या संदिग्ध एक्टिविटी नजर आए तो तुरंत रिपोर्ट करें |
8. ईमेल नोटिफिकेशन की जांच करें
हर ईमेल को सावधानी से पढ़ें—खासतौर पर पासवर्ड रीसेट, होल्डिंग बदलाव, या नामिनी अपडेट जैसे अलर्ट्स को |
9. लिमिटेड एक्सेस दें
ब्रोकर्स, रिलेशनशिप मैनेजर या किसी भी तीसरे व्यक्ति को अकाउंट की पूरी एक्सेस न दें | पासवर्ड और OTP कभी शेयर न करें |
10. संदिग्ध लिंक या अटैचमेंट से बचें
अनजान ईमेल्स या लिंक पर क्लिक न करें | ऐसी चीजें वायरस या हैकिंग टूल्स ला सकती हैं |
11. व्यक्तिगत जानकारी अपडेट रखें
अपना मोबाइल नंबर, ईमेल और पता समय-समय पर अपडेट करते रहें ताकि सभी अलर्ट और सूचना सही व्यक्ति तक पहुंचें |
12. अकाउंट की ऑडिट करें
समय-समय पर अपने डिमैट अकाउंट की स्टेटमेंट और लेनदेन की समीक्षा करें | इससे किसी भी अनधिकृत एक्टिविटी को जल्दी पकड़ा जा सकता है |
Conclusion
डीमैट अकाउंट हैक होने का खतरा पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन सही साइबर सुरक्षा उपायों और सतर्कता से इसे काफी हद तक रोका जा सकता है | लेकिन घबराने की जरूरत नहीं—मजबूत पासवर्ड, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA), और अपडेटेड एंटीवायरस का इस्तेमाल आपको साइबर खतरों से बचा सकता है |
ध्यान रखें: आपकी वित्तीय सुरक्षा आपके ही हाथों में है!
नियमित रूप से अपने अकाउंट की गतिविधियों पर नजर रखें, पासवर्ड समय-समय पर बदलें और किसी भी संदिग्ध लिंक या कॉल से दूर रहें |
आज ही कदम उठाएं — अपने Demat Account की सिक्योरिटी सेटिंग्स चेक करें और एक सुरक्षित निवेश यात्रा की शुरुआत करें |
FAQ : डीमैट अकाउंट हैकिंग से जुड़े ज़रूरी सवाल
क्या Demat Account को 100% सुरक्षित रखा जा सकता है?
कोई भी डिमैट अकाउंट 100% प्रतिशत सुरक्षित नहीं होता है हालांकि डीमैट अकाउंट काफी हद तक SEBI, CDSL/NSDL और ब्रोकरेज फॉर्म द्वारा सुरक्षित रखा जाता है |
इसकी सुरक्षा आपकी सूझबूझ और सतर्क व्यवहार पर भी काफी हद तक निर्भर करती है।
क्या डिमैट अकाउंट फ्रीज करने से हैकिंग रोकी जा सकती है?
डिमैट अकाउंट फ्रीज करने से हैकिंग नहीं रुकती, लेकिन इससे हैकर द्वारा शेयर या फंड ट्रांसफर को रोका जा सकता है, जिससे बड़ा नुकसान टल सकता है |
क्या Demat Account के लिए Antivirus जरूरी है?
हाँ, आपके Demat Account की लॉगिन डिटेल्स और फाइनेंशियल डेटा को हैकिंग, फिशिंग और मैलवेयर अटैक से सुरक्षित रखने के लिए एंटीवायरस की जरूरी होती है |
क्या पासवर्ड और ID अपने ब्रोकर को बताना चाहिए?
बिल्कुल नहीं .. कोई भी ब्रोकर आपसे लॉगिन डिटेल्स नहीं मांगता, ऐसी डिमांड फिशिंग या फ्रॉड का संकेत हो सकती है |
क्या डीमैट अकाउंट हैकिंग से बचने के लिए कोई ऐप है?
कोई ऐप ऐसा नहीं है जो डिमैट अकाउंट को पूरी तरह हैकिंग से बचा सके, लेकिन कुछ सुरक्षा ऐप्स और ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म के फीचर्स आपके अकाउंट को सुरक्षित रखने में बेहद मददगार हो सकते हैं |