Wakefit Innovations IPO Details, बिज़नेस मॉडल, ग्रोथ और 2016 से IPO तक का सफर

Asia का Red Herring Award जीतने वाली कंपनी Wakefit Innovations स्टॉक मार्केट में अपनी जगह बनाने जा रही है। कंपनी का लक्ष्य करीब ₹1,400 करोड़ जुटाने का है।

वेकफिट इनोवेशन्स का आईपीओ 8 दिसंबर से निवेशकों के लिए खुल जाएगा और 10 दिसंबर 2025 तक निवेशकों के लिए खुला रहेगा।

इस इश्यू में ₹377.1 करोड़ का फ्रेश इश्यू शामिल है, जबकि 4.67 करोड़ शेयरों का OFS (Offer For Sale) प्रमोटर्स द्वारा बेचे जाएंगे |

2016 में एक छोटे से D2C स्टार्टअप यानि की सीधे अपने कस्टमर को प्रोडक्ट बेचने के रूप में शुरू हुई यह कंपनी आज भारत के मैट्रेस और फर्नीचर बाज़ार में स्ट्रॉंग और यूनीक पहचान बना चुकी है।

Wakefit Innovations IPO: तारीखें, साइज और बड़े अपडेट

इस 4.67 करोड़ OFS शेयरों के जरिए कंपनी के को-फाउंडर अंकित गर्ग और चैतन्य रामलिंगेगौड़ा, साथ ही Nitika Goel, Peak XV Partners Investments VI, Redwood Trust, Verlinvest S.A., SAI Global India Fund I LLP और Paramark KB Fund I अपनी हिस्सेदारी बेचने वाले है |

Wakefit ने 29 नवंबर 2025 को अपना RHP SEBI के पास जमा किया था ,उसके अनुसार लिस्टिंग तारीख सोमवार 15 दिसंबर 2025 को BSE,NSE पर की जाएगी तो वही पैसे रिफंड करने की प्रक्रिया 12 दिसंबर 2025 को निर्धारित है |

117 नए स्टोर खोलने के लिए खर्च होंगे पैसे

कंपनी ने filling मे बताया है कि Wakefit IPO से मिलने वाला पैसा मुख्य रूप अगले कुछ वर्षों में देशभर मे स्टोर नेटवर्क और ब्रांड बिल्डिंग में लगाया जाएगा।

कंपनी ने आईपीओ से 117 नए स्टोर पूरे भारत मे विस्तार करने के लिए ₹30.84 करोड़, किराए का भुगतान के लिए ₹161.46 करोड़, नई मशीनरी व उपकरण की खरीदारी मे ₹15.40 करोड़, और वेकफिट इनोवेशन्स की ब्रांड वैल्यू बढ़ाने के लिए मार्केटिंग व विज्ञापन पर ₹108.40 करोड़ खर्च करने की योजना बनाई है |

वेकफिट इनोवेशन्स के लिए Axis Capital, IIFL Capital Services और Nomura जैसे बड़े नाम बुक-रनिंग लीड मैनेजर के रूप ने कार्यरत हैं, जबकि आईपीओ के लिए रजिस्ट्रार MUFG Intime India Pvt. Ltd को बनाया गया है।

Wakefit का बिज़नेस मॉडल: भारतीय घरों के लिए बना भरोसेमंद ब्रांड

Wakefit Innovations का पूरा बिज़नेस मॉडल भारतीय परिवारों की वास्तविक जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। कंपनी कहती है कि उनके प्रोडक्ट सिर्फ फर्नीचर या मैट्रेस नहीं हैं, बल्कि “इंडियन होम्स के लिए डिज़ाइन किए गए सॉल्यूशंस” हैं।

हर प्रोडक्ट रिसर्च के साथ डेवलप होता है, और ग्राहक फीडबैक के आधार पर लगातार उसमें सुधार किया जाता है ताकि टिकाऊ मैटेरियल, किफायती कीमतें सुविधा दी जा सके और पूरे भारत में डोरस्टेप डिलीवरी इसका सबसे बड़ा USP है।

कंपनी फ्री इंस्टॉलेशन, वारंटी और तेज ग्राहक सहायता जैसी सुविधाओं के लिए जानी जाती है। 2016 में स्थापित Wakefit आज भारत के सबसे बड़े D2C होम और स्लीप सॉल्यूशंस ब्रांड्स में शामिल है, और इसी के चलते Wakefit Ka Business Model आज पूरे भारत मे स्टार्टअप जगत एक अलग जगह बना चुका है |

Wakefit Growth: रेवेन्यू तेज़ी से बढ़ा, लेकिन मुनाफ़े पर दबाव

Wakefit Innovations ने पिछले कुछ वर्षों में तेज़ रेवेन्यू ग्रोथ दिखाई है, लेकिन बढ़ते खर्चों की वजह से मुनाफ़े में दबाव साफ नजर आता है। FY25 की तुलना में FY24 के मुकाबले कंपनी का रेवेन्यू 28% बढ़ा, पर PAT में 133% की गिरावट दर्ज की गई।

FY24-25 में Wakefit को ₹35 करोड़ का नेट लॉस हुआ जबकि FY23-24 में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹15.05 करोड़ था।
हालाँकि, जुलाई–सितंबर FY26 तिमाही में कंपनी ने मजबूत वापसी की और ₹35.57 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया।

साल 2025-26 की पहली छमाही में Wakefit की कुल आय ₹741.30 करोड़ रही, जो निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर सकती है |

तो वहीं कंपनी का कुल Revenue पिछले साल FY24 में ₹1,000 करोड़ हासिल करने मे सफल रही है |

Wakefit Innovations: 2016 से IPO तक का प्रेरणादायक सफर

Wakefit का सफर भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की सबसे सफल कहानियों में से एक माना जा सकता है। कंपनी मौजूद समय मे 73 शहरों में 135 से ज्यादा स्टोर्स चला रही है और साथ ही 25 लाख से ज्यादा ग्राहकों को सेवा दे रही है |

Wakefit की सबसे बड़ी खासियत इसकी कस्टमर-फर्स्ट फिलॉसफी है—फ्री इंस्टॉलेशन, फ्री शिपिंग और भरोसेमंद वारंटी इसे बाकी ब्रांड्स से अलग बनाती है।

कंपनी को 2019 में Asia का Red Herring Award मिला, साथ ही इसे Amazon Aces Gold Bestseller का सम्मान भी प्राप्त हुआ।

कंपनी के CEO और को-फाउंडर अंकित गर्ग को Forbes की 30 Under 30 Young Entrepreneurs List में जगह मिली—जो Wakefit की सफलता की सबसे बड़ी पहचान है।

Startup से शुरू होकर IPO तक पहुंचना दिखाता है कि Wakefit ने भारतीय फर्निशिंग बाजार में वाकई एक अलग पहचान बनाई है।

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सतीश कुमार, एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (मुंबई) हैं, जिन्हें 2019 से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड और निवेश के साथ-साथ ब्लॉगिंग का भी अनुभव है। वे इस ब्लॉग के माध्यम से शेयर बाजार, आईपीओ, तिमाही रिपोर्ट और फाइनेंस से जुड़ी ताज़ा खबरें आसान भाषा में प्रस्तुत करते हैं।

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