Sonaselection India IPO: Sebi के पास DRHP पेपर जमा ,1.43 करोड़ नए शेयर, जानिए पूरी IPO डिटेल

एक और कंपनी IPO के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी है। नए शेयर जारी किए जाएंगे और यह IPO 1.43 करोड़ शेयरों का होगा।

पिंक सिटी के नाम से मशहूर राजस्थान की कंपनी Sonaselection India ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए 11 दिसंबर 2025 को SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP), यानी शुरुआती IPO दस्तावेज, दाखिल किए हैं।

यह IPO पूरी तरह से फ्रेश इश्यू यानी नए शेयर जारी करने के लिए बाजार में आएगा, जिसमें 1.43 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे। इसमें कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों द्वारा कोई भी शेयर नहीं बेचा जाएगा।

इसका मतलब यह है कि जारी किए जाने वाले शेयरों से मिलने वाली पूरी रकम कंपनी के पास जाएगी और इस IPO में ऑफर फॉर सेल (OFS) का कोई हिस्सा शामिल नहीं होगा।

कंपनी के शेयरों का फेस वैल्यू ₹10 प्रति शेयर रखा गया है। IPO से पहले कंपनी में कुल 4,25,28,681 शेयर मौजूद रहेंगे, जो इस IPO के बाद बढ़कर 5,68,28,681 हो जाएंगे।

Sonaselection India IPO में कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है, जबकि KFin टेक्नोलॉजीज रजिस्ट्रार की भूमिका में नजर आएगी।

कंपनी के शेयर NSE और BSE पर लिस्ट होंगे, जिसकी तारीख अभी निर्धारित नहीं हुई है। रिटेल निवेशकों के लिए इश्यू का कम से कम 35 प्रतिशत हिस्सा आरक्षित रखा जाएगा।

IPO से मिलने वाले पैसे कहां लगाए जाएंगे

आईपीओ से जुटाए जाने वाले पैसे की बात करें तो कंपनी लगभग ₹80 करोड़ का इस्तेमाल अपने कर्ज के भुगतान के लिए करेगी। इसके अलावा ₹47.55 करोड़ नई प्लांट और मशीनों की खरीद में लगाए जाएंगे।

बची हुई राशि कंपनी की सामान्य जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयोग की जाएगी, जिससे कंपनी की संचालन क्षमता और वित्तीय स्थिति को मजबूती मिलेगी।

कंपनी का बिजनेस

कंपनी के बिजनेस की बात करें तो Sonaselection India एक टेक्सटाइल मिल कंपनी है, जो कच्चे माल से लेकर तैयार फैब्रिक बनाने तक का पूरा काम खुद अपनी फैक्ट्री में करती है। किसी अन्य कंपनी या बाहरी मदद पर यह निर्भर नहीं रहती। इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के हमीरगढ़ में स्थित है।

कंपनी की स्थापना वर्ष 2022 में हुई थी और 31 अक्टूबर 2025 तक इसमें कुल 844 कर्मचारी कार्यरत थे।

Sonaselection India 100 प्रतिशत कॉटन फैब्रिक, कॉटन लाइक्रा (स्ट्रेच) फैब्रिक, कॉटन ब्लेंड्स और पॉलिएस्टर ब्लेंड्स का निर्माण करती है। इसके साथ ही कंपनी कॉटन और कॉटन ब्लेंड जैसे फैब्रिक की प्रोसेसिंग में भी सक्रिय है।

कंपनी के प्रमोटर्स में हर्षिल नुवाल, सुभाष चंद्र नुवाल, उमा नुवाल, दीपांक भंडारी और सोना पॉलीस्पिन प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। इस कंपनी में IPO से पहले प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 94.76 प्रतिशत है।

कंपनी का कहना है कि वह टेक्सटाइल सेफ्टी, सस्टेनेबिलिटी और ट्रेसबिलिटी से जुड़े ग्लोबल स्टैंडर्ड्स का पालन करती है।

उत्पादन क्षमता की बात करें तो जून 2025 को समाप्त तिमाही, वित्त वर्ष 2025, 2024 और 2023 में कंपनी का कैपेसिटी यूटिलाइजेशन, यानी कुल उत्पादन क्षमता के उपयोग का स्तर, क्रमशः 81.65 प्रतिशत, 71.50 प्रतिशत, 89.50 प्रतिशत और 87.65 प्रतिशत रहा है।

Sonaselection India के वित्तीय प्रदर्शन

अब आंकड़ों पर नजर डालें तो Sonaselection India के वित्तीय प्रदर्शन से कंपनी की मजबूत ग्रोथ दिखाई देती है। 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी की कुल कमाई 316 करोड़ रुपये रही, जबकि नेट प्रॉफिट यानी कुल मुनाफा 18.56 करोड़ रुपये दर्ज किया गया।

मार्च 2024 की तुलना में कंपनी की आय में 161 प्रतिशत और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में 42 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

वित्त वर्ष 2023 से 2025 के बीच कंपनी की कामकाज से होने वाली आय में साल-दर-साल औसतन 83.42 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं EBITDA में 79.31 प्रतिशत और मुनाफे में 172 प्रतिशत की CAGR ग्रोथ देखने को मिली है।

कुल मिलाकर, कंपनी अपने IPO के जरिए विस्तार और वित्तीय मजबूती की दिशा में एक अहम कदम उठाने जा रही है।

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सतीश कुमार, एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (मुंबई) हैं, जिन्हें 2019 से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड और निवेश के साथ-साथ ब्लॉगिंग का भी अनुभव है। वे इस ब्लॉग के माध्यम से शेयर बाजार, आईपीओ, तिमाही रिपोर्ट और फाइनेंस से जुड़ी ताज़ा खबरें आसान भाषा में प्रस्तुत करते हैं।

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