Waaree Energies Investment: US की कंपनी United Solar में ₹25 करोड़ का निवेश,ग्लोबल विस्तार पर फोकस

Waaree Energies Investment News: भारत में सोलर सेक्टर में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक Waaree Energies Ltd ने शुक्रवार को भविष्य में बिजनेस विस्तार के लिए United Solar Holding Inc में निवेश को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस समझौते के तहत कंपनी करीब 30 मिलियन डॉलर, यानी लगभग ₹25 करोड़ का निवेश करेगी। यह निवेश Waaree Energies ने अपनी अमेरिका में स्थित कंपनी Waaree Solar Americas Inc के जरिए किया है।

कंपनी Series B Preferred Shares यानि किसी कंपनी द्वारा जारी किए जाने वाले खास तरह के शेयर होते हैं, जो आम (Equity) शेयरों से थोड़े अलग और ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं।

जब कोई कंपनी तेजी से विस्तार करना चाहती है और उसे बड़े निवेश की जरूरत होती है, तब वह अलग-अलग चरणों (Series A, Series B, Series C) में निवेश जुटाती है। Series B आमतौर पर उस स्टेज पर आता है, जब कंपनी का बिजनेस चल चुका होता है और अब उसे ग्रोथ के लिए पूंजी चाहिए होती है। इस बताए गए तरीके निवेश करने वाली है |

इसके साथ ही Waaree Energies ने पॉलीसिलिकॉन की भविष्य की आपूर्ति (Polysilicon Offtake) के लिए लंबे समय के लिए एक कानूनी समझौता भी किया है।

इस समझौते का उद्देश्य कंपनी के वैश्विक स्तर पर सौर ऊर्जा उद्योग को सपोर्ट करना है, खासतौर पर अमेरिका में चल रहे ऑपरेशंस को मजबूती देना।

इस डील के तहत Waaree Energies, United Solar Holding Inc. के 53,68,551 Series B प्रेफर्ड शेयर खरीदेगी। यह लेन-देन की प्रक्रिया 31 जनवरी 2026 के आसपास पूरी होने की उम्मीद है, हालांकि यह कुछ अनिवार्य शर्तों के पूरा होने के बाद ही पूरी की जाएगी।

अमेरिका के टेक्सास मे 1.6 गीगावॉट की सोलर पैनल निर्माण करने की फैक्ट्री Waaree Solar Americas Inc की क्षमता को अब बढ़ाकर 3.2 गीगावॉट की क्षमता तक ले जाने की योजना कंपनी ने बनाई है।

यह रणनीतिक निवेश Waaree Energies की पॉलीसिलिकॉन सप्लाई चेन को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है, क्योंकि पॉलीसिलिकॉन सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग का एक अहम हिस्सा माना जाता है।

सोलर सेक्टर में अपनी मजबूत मौजूदगी के लिए जानी जाने वाली इस कंपनी को 35 साल से अधिक का अनुभव है और यह 24 देशों में अपनी सप्लाई करती है। Waaree Energies की वैश्विक स्तर पर सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता 17.7 गीगावॉट है।

सतीश कुमार, एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (मुंबई) हैं, जिन्हें 2019 से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड और निवेश के साथ-साथ ब्लॉगिंग का भी अनुभव है। वे इस ब्लॉग के माध्यम से शेयर बाजार, आईपीओ, तिमाही रिपोर्ट और फाइनेंस से जुड़ी ताज़ा खबरें आसान भाषा में प्रस्तुत करते हैं।

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