Amazon Nivesh News: वर्ल्ड की सबसे बड़ी E-Commerce कंपनी भारत के डिजिटल बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए Amazon ने एक बेहद बड़ा निवेश प्लान पेश किया है। कंपनी ने 10 दिसम्बर 2025 को घोषणा की है कि वह 2030 तक भारत में 35 बिलियन डॉलर (₹3.1 लाख करोड़) का निवेश करेगी।
यह रकम उस 40 बिलियन डॉलर से अलग है, जो अमेज़न 2010 से अब तक भारत में लगा चुका है।
AI, लॉजिस्टिक्स और जॉब क्रिएशन पर फोकस
Amazon का कहना है कि नया निवेश भारत के डिजिटल और आर्थिक विकास को तेज करने में मदद करेगा।
कंपनी की योजना है AI-driven digitisation को बढ़ावा देना,भारत के एक्सपोर्ट को 80 बिलियन डॉलर तक ले जाना और कुल 3.8 मिलियन नौकरियां बनाना जो पिछले साल 2024 के 2.8 मिलियन से कहीं ज्यादा है |
इसके अतिरिक्त 1.5 करोड़ छोटे कारोबारियों को AI आधारित टूल्स और डिजिटल सुविधाएँ देना उनके उद्देश मे से एक है और कंपनी का मानना है कि इससे भारतीय बिजनेस को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
इसके साथ ही अमेज़न ने साफ किया कि उसका निवेश भारत की प्राथमिकताओं के अनुरूप होगा, जिसमें AI क्षमता बढ़ाना, लॉजिस्टिक्स नेटवर्क मजबूत करना, छोटे बिजनेस को सपोर्ट करना और रोजगार बढ़ाना शामिल है।
AWS भी करेगा बड़ा विस्तार
अमेज़न वेब सर्विसेज (AWS) को इस निवेश का बड़ा हिस्सा मिलने की संभावना है। AWS भारत में अपनी क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से बढ़ाने की तैयारी में है, जिससे AI और टेक्नोलॉजी से जुड़े नए प्रोजेक्ट्स को मजबूत आधार मिलेगा।
माइक्रोसॉफ्ट का भी बड़ा कदम
इसी हफ्ते, Microsoft ने भी एक बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने कहा कि वह अगले चार साल में भारत में 17.5 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी।
इस निवेश का बड़ा हिस्सा भी लोकल AI इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने में इस्तेमाल होगा। टेक दिग्गजों के ताज़ा फैसले साफ दिखाते हैं कि भारत वैश्विक AI और टेक्नोलॉजी का नया हब बन रहा है।
भारत बनेगा ग्लोबल टेक पॉवरहाउस?
अमेज़न और माइक्रोसॉफ्ट जैसे दिग्गजों के भारी निवेश ने बाजार में नई हलचल पैदा कर दी है। AI, क्लाउड, लॉजिस्टिक्स और छोटे व्यापारियों को डिजिटल सपोर्ट जैसी पहलें आने वाले वर्षों में भारत की तकनीकी और आर्थिक रफ्तार को नई दिशा दे सकती हैं।
बाजार विशेषज्ञ इसे भारत के लिए टेक इंडस्ट्री का “गोल्डन दशक” बता रहे हैं।
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