Bondada Engineering Order: राजस्थान में ₹945 करोड़ का बड़ा सोलर EPC कॉन्ट्रैक्ट,NLC India Renewables से मिला मेगा प्रोजेक्ट

Bondada Engineering को राजस्थान के बीकानेर में 810 मेगावॉट के सोलर प्रोजेक्ट के लिए ₹945 करोड़ से ज्यादा का बड़ा EPC ऑर्डर मिला 

Bondada Engineering Order Book: Bondada Engineering को राजस्थान में सोलर प्रोजेक्ट से जुड़ा ₹945 करोड़ से ज्यादा का बड़ा ऑर्डर मिला है। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर से जुड़ी कंपनी ने जानकारी दी है कि उसे NLC India Renewables की ओर से यह काम सौंपा गया है, जो NLC India की तरफ से दिया गया ऑर्डर है।

Bondada Engineering को मिला यह ऑर्डर राजस्थान के बीकानेर स्थित RVUNL सोलर पार्क में 810 मेगावॉट के सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए बैलेंस-ऑफ-सिस्टम (BoS) से जुड़ा है।

BoS का मतलब सोलर प्रोजेक्ट में सोलर पैनलों के अलावा लगने वाले सभी उपकरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर, जैसे इन्वर्टर, केबल और माउंटिंग स्ट्रक्चर आदि से है।

कंपनी के अनुसार, इस ऑर्डर की कुल वैल्यू ₹945.10 करोड़ है, जो उसके मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹4,106.64 करोड़ का करीब पांचवां हिस्सा है।

क्या क्या शामिल है इस ऑर्डर मे

यह कॉन्ट्रैक्ट इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) से जुड़ा है, यानी प्रोजेक्ट की डिजाइनिंग से लेकर उसे चालू करने तक की पूरी जिम्मेदारी कंपनी की होगी।

इसके साथ ही ऑपरेशन और मेंटेनेंस (O&M) की जिम्मेदारी भी शामिल है, जिसकी अवधि तीन साल तय की गई है।

कंपनी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में डिजाइन, साइट डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग, सप्लायर वर्क्स पर इंस्पेक्शन, सप्लाई, इंश्योरेंस और ट्रांसपोर्ट जैसे काम शामिल हैं।

इसके अलावा, कार्यक्षेत्र में 810 मेगावॉट क्षमता के सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए इवैक्यूएशन सिस्टम तैयार करना भी शामिल है।

यह इवैक्यूएशन सिस्टम डिलीवरी पॉइंट यानी 33 केवी साइड ऑफ 33/400 केवी पार्क पूलिंग सब-स्टेशन (PSS) तक बनाया जाएगा। कंपनी ने इस पूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 15 महीने की समयसीमा तय की है।

इस नए ऑर्डर के साथ Bondada Engineering के पास अब कुल EPC कॉन्ट्रैक्ट्स की क्षमता करीब 3 गीगावॉट (GW) हो गई है। अक्टूबर 2025 तक कंपनी का ऑर्डर बुक करीब ₹5,989 करोड़ बताया गया है।

इससे पहले दिसंबर महीने में कंपनी को Kernex Microsystems से ₹11 करोड़ का ऑर्डर भी मिला था। इसके अलावा, कंपनी को आंध्र प्रदेश सरकार से 2 गीगावॉट का IPP प्लांट स्थापित करने के लिए भी वर्क ऑर्डर प्राप्त हुआ है।

कंपनी के बारे मे

कंपनी के फाइनेंशियल प्रदर्शन की बात करें तो पिछले तीन सालों में Bondada Engineering ने 67.40 प्रतिशत की रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की है। इसी अवधि में कंपनी का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 32.25 प्रतिशत रहा है, जो इसके मजबूत वित्तीय आधार को दर्शाता है।

Bondada Engineering ने अपने ऑपरेशंस की शुरुआत साल 2012 में टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज से की थी। इसके बाद कंपनी ने सोलर EPC सेगमेंट में कदम रखा और शुरुआत में प्राइवेट डेवलपर्स के साथ काम किया। 2022 तक कंपनी ने सोलर EPC स्पेस में मजबूत पहचान बना ली।

शेयर बाजार में इस खबर का असर भी देखने को मिला। सोमवार के इंट्राडे सेशन में Bondada Engineering के शेयर करीब 3 प्रतिशत की तेजी के साथ ₹368 के आसपास ट्रेड करते नजर आए।

सतीश कुमार, एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (मुंबई) हैं, जिन्हें 2019 से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड और निवेश के साथ-साथ ब्लॉगिंग का भी अनुभव है। वे इस ब्लॉग के माध्यम से शेयर बाजार, आईपीओ, तिमाही रिपोर्ट और फाइनेंस से जुड़ी ताज़ा खबरें आसान भाषा में प्रस्तुत करते हैं।

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