BoAt (Imagine Marketing) अपने Upcoming ₹1,500 करोड़ के IPO की तैयारी में जुटा है, लेकिन लिस्टिंग से ठीक पहले कंपनी के वित्तीय खुलासों को लेकर कई गंभीर सवाल सामने आ गए हैं।
BoAt IPO Updated DRHP में ऑडिटर्स और Independent Analysts द्वारा उठाई गई चिंताएँ अब चर्चा का बड़ा विषय बन गई हैं।
ऑडिटर ने क्यों जताई आपत्ति?
स्टैच्यूटरी ऑडिटर BSR & Co LLP के अनुसार, कंपनी ने FY23, FY24 और FY25 में बैंकों और वित्तीय संस्थानों को जो तिमाही रिपोर्ट भेजी, वे उसके खुद के Books of accounts से मेल नहीं खातीं। इस तरह की गड़बड़ी को ऑडिटर्स ने “महत्वपूर्ण वित्तीय असंगति” बताया है।
इसके अलावा ऑडिटर्स ने यह भी कहा है की शॉर्ट-टर्म उधारी को लंबे समय की जरूरतों में लगाया गया, जो Standard Financial Practices (मानक वित्तीय प्रथाओं) के खिलाफ है।
इसके अलावाँ स्टैच्यूटरी ड्यूज़ में बकाया मौजूद होना और कंपनी ने जरूरी ऑडिट-ट्रेल का पालन ना करना ,कुछ सहायक कंपनियों ने अकाउंटिंग रिकॉर्ड का पूरा बैकअप नहीं होना और FY23 में प्लांट और इक्विपमेंट की सही फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं जैसे कई गंभीर कमियाँ पाई गई है |
इन सभी पॉइंट्स ने DRHP में दर्ज जोखिमों को और गंभीर बना दिया है।
नेतृत्व में बदलाव और बढ़ता कर्मचारी पलायन भी चिंता का विषय
Independent Analyst जयंत मुंधरा ने कंपनी के नेतृत्व बदलाव पर बड़ा सवाल उठाया है। उनके अनुसार को-फाउंडर्स अमन गुप्ता और समीर अशोक मेहता ने IPO फाइलिंग से सिर्फ 29 दिन पहले अपने कार्यकारी पदों से इस्तीफा दिया, ये मुंधरा के शब्दों में कहें तो यह एक “Calculated pre-IPO move” लगता है, न कि सामान्य Leadership Transition.
DRHP में एक और गंभीर संकेत मिला ,कंपनी का फुल-टाइम कर्मचारी Attrition rate यानि की कितने कर्मचारीयों ने कंपनी छोड़ा इसकी दर 34.18% तक पहुँच गई है। जो की वर्ष 2024 में 28.14% था तो वहीं वर्ष 2023 में यह 27.09% रहा था |
विश्लेषकों के अनुसार,“यह सामान्य टर्नओवर नहीं है, बल्कि एक बड़ी चेतावनी है।”
₹1,500 करोड़ के आईपीओ में क्या शामिल है?
BoAt ने लगभग ₹1,500 करोड़ का IPO के लिए सेबी के पास पेपर जमा करवाए थे जिसमे ₹500 करोड़ का Fresh Issue और ₹1,000 करोड़ का Offer for Sale (OFS) का समावेश है |
इस आईपीओ से जुटाए जाने वाले पैसे का उपयोग कंपनी Fresh Issue के जरिए कई कार्यों मे लगाएगी सबसे अधिक वर्किंग कैपिटल के लिए ₹225 करोड़ ,ब्रांड और मार्केटिंग ₹150 करोड़ और ₹125 करोड़ जनरल कॉर्पोरेट कार्यों के लिए उपयोग मे होने वाला है |
BoAt के सामने IPO से ठीक पहले वित्तीय असंगतियों, नेतृत्व बदलाव और बढ़ते कर्मचारी पलायन जैसे मुद्दों ने दबाव बढ़ा दिया है जोखिमों का असर IPO की धारणा पर पड़ सकता है।
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