खेती से जुड़ी Crystal Crop Protection ने IPO के लिए शुरुआती कागज़ात सेबी के पास जमा किए। फ्रेश इशू और ऑफर फॉर सेल दोनों है शामिल, कर्ज चुकाना है मुख्य उद्देश
भारत की राजधानी क्षेत्र से जुड़ी यह कंपनी किसानों के लिए कृषि से जुड़े उत्पाद बनाती है। उत्तर भारत से निकलकर अब Crystal Crop Protection भारतीय शेयर बाजार में अपनी पहचान दर्ज कराने के लिए तैयार है।
कंपनी ने 17 दिसंबर को DRHP दाखिल किया है, IFC (International Finance Corporation) द्वारा समर्थित इस IPO में ₹600 करोड़ का फ्रेश इश्यू शामिल होगा, साथ ही 74,05,387 शेयरों की ऑफर-फॉर-सेल (OFS) की बोली भी लगाई जाएगी।
इसके अलावा कंपनी IPO से पहले ₹120 करोड़ प्री-IPO प्लेसमेंट के जरिए जुटाने मे जोर लगाएगी। इस इश्यू में प्रमोटर्स करीब 74.05 लाख शेयर बेचेंगे। Crystal Crop Protection के शेयर NSE और BSE पर लिस्ट होते हुए दिखाई देने वाले हैं |
Crystal Crop Protection IPO में रिटेल निवेशकों के लिए कम से कम 35% हिस्सा रिजर्व रखा जाएगा। इस आईपीओ को बाजार मे उतारने के लिए IIFL Capital Services, DAM Capital Advisors और Motilal Oswal Investment Advisors को मर्चेंट बैंकर के रूप मे कार्यभार संभालने जिम्मेदारी दी गई है।
कंपनी IPO क्यों ला रही है ?
क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन आईपीओ लाने के पीछे मुख्य वजह कर्ज कम करना है। फ्रेश इश्यू से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी और उसकी प्रमुख सब्सिडियरी Saffire Crop Science के कर्ज चुकाने में करेगी।
इस रकम के जरिए करीब ₹465.5 करोड़ का कर्ज घटाने की योजना बना रही है। इसके अलावा फंड का उपयोग भविष्य की इनऑर्गेनिक ग्रोथ, यानी संभावित अधिग्रहण, सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों और कंपनी की ब्रांड पहचान व विज़िबिलिटी बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
किसके पास कितनी हिस्सेदारी
IPO में शेयर बेचने वालों की बात करें तो इसमें Aggarwal परिवार सबसे बड़ा शेयरधारक है, जिसकी हिस्सेदारी 86.69% है।
वहीं International Finance Corporation और उसकी सब्सिडियरी IFC Emerging Asia Fund के पास मिलाकर 8.48% हिस्सेदारी है। इसके अलावा 4.83% शेयर Crystal Crop Protection Employees Welfare Trust के पास हैं।
Crystal Crop Protection कंपनी के बारे मे
Crystal Crop Protection की स्थापना 1994 में हुई थी। कंपनी एग्रोकेमिकल्स, बीज और कृषि उपकरणों के क्षेत्र में काम करती है। इसके पोर्टफोलियो में फसल सुरक्षा से जुड़े उत्पाद, फील्ड क्रॉप्स, फूलों और सब्जियों के बीज शामिल हैं।
कंपनी के पास 25 साल से ज्यादा का अनुभव है, अलग-अलग सेगमेंट में 70 से अधिक ब्रांड्स हैं और भारत में 13,285 से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनर्स का नेटवर्क है। इसके अलावा कंपनी की मौजूदगी दुनिया के 35 देशों में है।
Crystal Crop Protection अपने फॉर्मुलेशन प्रोडक्ट्स का निर्माण जिसकी क्षमता 75,962 मीट्रिक टन है यह हरियाणा, गुजरात और जम्मू-कश्मीर जैसे बड़े राज्यों मे फैले हुए है |
विस्तार के तहत कंपनी गुजरात के झगड़िया में एक नया प्लांट लगाने की भी योजना बना रही है। बाजार में कंपनी का मुकाबला Kaveri Seeds Company, Sumitomo Chemical India, Bayer CropScience, Rallis India और Dhanuka Agritech जैसी लिस्टेड कंपनियों से है।
Crystal Crop Protection का कहना है कि वह लगातार उच्च गुणवत्ता वाले एग्रोकेमिकल्स उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
तो वहीं कंपनी का 31 मार्च 2024 से 31 मार्च 2025 के बीच कंपनी का रेवेन्यू करीब 20% बढ़ा, जबकि इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध मुनाफा (PAT) 36% की तेजी से बढ़ा है |
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