Eldeco Infrastructure IPO 2025: ₹1,000 करोड़ का बड़ा इश्यू, Promoters बेचेंगे हिस्सेदारी

Eldeco Infrastructure IPO: हरियाणा की Eldeco Infrastructure IPO के लिए SEBI के पास प्राथमिक दस्तावेज जमा कर चुकी है, जिसके तहत ₹1,000 करोड़ इस IPO के माध्यम से जुटाने की योजना बनाई गई है। IPO में ऑफर फॉर सेल और फ्रेश इश्यू दोनों का समावेश होगा, और कंपनी के प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।

30 सितंबर को दाखिल किए गए DRHP के अनुसार Pankaj Bajaj और Vandana Kohli क्रमशः ₹102 करोड़ और ₹98 करोड़ के शेयर बेचने वाले हैं।

यह IPO लगभग ₹1,000 करोड़ का होगा, जिसमें फ्रेश इश्यू ₹800 करोड़ और ऑफर फॉर सेल ₹200 करोड़ का होगा।
Eldeco Infrastructure प्री IPO के जरिए ₹160 करोड़ जुटाने वाली है। यदि यह डील पूरी होती है, तो IPO का साइज़ ₹1,000 करोड़ से कम हो जाएगा।

“कंपनी का कहना है कि वो अपने नेट गियरिंग रेशियो को बेहतर बनाने के लिए नए प्रोजेक्ट लॉन्च, मजबूत सेल्स और डेवलपमेंट पोर्टफोलियो के तेज़ी से एक्सीक्यूशन पर फोकस कर रही है।”
Eldeco Infrastructure ने अपने DRHP में बताया कि इन कदमों से कंपनी का मकसद ऑपरेशनल कैश फ्लो बढ़ाना और फाइनेंशियल स्थिति को और मजबूत करना है।

इस इश्यू को संभालने की जिम्मेदारी IIFL Capital Services और JM Financial जैसी बड़ी फाइनेंशियल कंपनियों के पास है — यानी पूरा मामला प्रोफेशनल हाथों में है।
कंपनी ने अपने DRHP में बताया है कि वो इस IPO से जुटाई गई रकम में से करीब ₹600 करोड़ का इस्तेमाल अपनी सब्सिडियरी Eldeco Infracon Realtors के कर्ज को चुकाने या प्री-पेमेंट के लिए करेगी।
बाकी बची रकम को कंपनी जनरल कॉर्पोरेट कामों में लगाएगी ताकि बिज़नेस को और मजबूती मिल सके और ग्रोथ में तेजी आए।

कंपनी के बारे में

कंपनी का revenue from operations लगभग तीन गुना बढ़कर ₹695 करोड़ तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल FY24 में यह सिर्फ ₹241 करोड़ था — यानी बिज़नेस में जबर्दस्त तेजी!
हालांकि, इसी दौरान कंपनी का EBITDA (Earnings Before Interest, Tax, Depreciation and Amortisation) 29% गिरकर ₹114.22 करोड़ रह गया, जो FY24 में ₹160.6 करोड़ था।
सबसे बड़ी बात — कंपनी को इस साल ₹63.7 करोड़ का घाटा हुआ है, जबकि पिछले साल उसने ₹10.1 करोड़ का मुनाफा कमाया था।

Eldeco Infrastructure उत्तर भारत का एक स्थापित रियल एस्टेट डेवलपर है, जिसकी मजबूत पकड़ दिल्ली-एनसीआर और टीयर II और III शहरों में है। 2000 से कंपनी ने भारत के 20 से ज्यादा शहरों में प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं या अभी चल रहे हैं।

31 मार्च 2025 तक, कंपनी ने 86 प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं, जिसमें रेसिडेंशियल टाउनशिप, लो-राइज अपार्टमेंट्स और ग्रुप हाउसिंग शामिल हैं, कुल 50 मिलियन स्क्वायर फीट (msf) से ज्यादा का निर्माण हुआ है।

वहीं, 31 मार्च 2025 तक, कंपनी के पास 19 चल रहे प्रोजेक्ट्स हैं जिनकी सेल करने योग्य एरिया 7.24 msf है, और 18 आने वाले प्रोजेक्ट्स हैं जिनकी सेल करने योग्य एरिया 7.37 msf है। ये सभी प्रोजेक्ट्स 14 शहरों में फैले हुए हैं।

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सतीश कुमार, एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (मुंबई) हैं, जिन्हें 2019 से शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड और निवेश के साथ-साथ ब्लॉगिंग का भी अनुभव है। वे इस ब्लॉग के माध्यम से शेयर बाजार, आईपीओ, तिमाही रिपोर्ट और फाइनेंस से जुड़ी ताज़ा खबरें आसान भाषा में प्रस्तुत करते हैं। उनका उद्देश्य है – "सटीक जानकारी, सही समय पर – ताकि आप समझदारी से निवेश कर सकें।"

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