Rubicon Research IPO: फार्मा सेक्टर की General Atlantic-backed कंपनी Rubicon Research Ltd. अब IPO बाजार में कदम रखने जा रही है। कंपनी का यह ₹1,377.50 करोड़ का इश्यू 9 अक्टूबर 2025 से खुलने वाला है और 13 अक्टूबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए रहेगा। एलॉटमेंट 14 अक्टूबर को होने की उम्मीद है और 16 अक्टूबर 2025 को यह BSE और NSE पर लिस्ट होगा।
यह IPO बुक बिल्ड इश्यू है और इसमें दो हिस्से हैं — ₹500 करोड़ का फ्रेश इश्यू (1.03 करोड़ नए शेयर) और ₹877.50 करोड़ का Offer for Sale (OFS) (1.81 करोड़ शेयर)। कुल मिलाकर कंपनी इस इश्यू के माध्यम से ₹1,377.50 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है।
प्राइस, GMP और लिस्टिंग की जानकारी
IPO का प्राइस बैंड ₹461 से ₹485 प्रति शेयर रखा गया है। लॉट साइज 30 शेयरों का है, जिससे रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश ₹14,550 होगा। वहीं, sNII निवेशकों के लिए 14 लॉट (420 शेयर, ₹2,03,700) और bNII निवेशकों के लिए 69 लॉट (2,070 शेयर, ₹10,03,950) का निवेश प्लान है। हर शेयर का Face Value ₹1 है और रिटेल एलोकेशन 10% तय किया गया है। इस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर Axis Capital Ltd. हैं और MUFG Intime India Pvt. Ltd. इसका रजिस्ट्रार है।
कंपनी के प्रमोटर्स में शामिल हैं General Atlantic Singapore RR Pte. Ltd., प्रतिभा पिलगांवकर, सुधीर पिलगांवकर, पराग संचेती, सुरभि संचेती और सुमंत पिलगांवकर।
प्रमोटर्स के पास 77.97% शेयर हैं, जबकि पब्लिक होल्डिंग 22.03% है, जिसमें Shivanand Mankekar HUF (14.42%) और Amansa Investments (3.3%) शामिल हैं। इस साल General Atlantic Singapore ने 28.89 लाख शेयर (1.86%) Rs 140 करोड़ में बेच दिए और Amansa Investments ने अगस्त में 3.3% हिस्सेदारी Rs 250 करोड़ में खरीदी।
अगर बात करें ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) की, तो Rubicon Research IPO का GMP ₹60 दर्ज किया गया है। इसका मतलब है कि इश्यू का शेयर, जो कंपनी ने ऊपरी प्राइस बैंड ₹485 पर रखा है, उसके हिसाब से अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹545 तक जा सकता है। यानी निवेशक को प्रति शेयर करीब 12.37% का फायदा मिलने की संभावना है।
Rubicon Research IPO Tata Capital (₹15,512 करोड़) और LG Electronics India (₹11,607 करोड़) के साथ भारतीय बाजार में अपनी शुरुआत करेगी।
कंपनी ने बताया है कि ₹310 करोड़ फ्रेश इश्यू का उपयोग कर्ज की रीपेमेंट में किया जाएगा, जबकि बाकी राशि अनजान अधिग्रहण और जनरल कॉरपोरेट पर्पज़ के लिए इस्तेमाल होगी। कुल बकाया कर्ज ₹495.8 करोड़ (जून 2025) है।
इस IPO के मर्चेंट बैंकर्स हैं Axis Capital, IIFL Capital Services, JM Financial और SBI Capital Markets।
कंपनी प्रोफाइल और वित्तीय प्रदर्शन
Rubicon Research एक फार्मास्युटिकल कंपनी है, जो नई दवाओं के डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और कमर्शियलाइजेशन के क्षेत्र में काम करती है। कंपनी का 72 एक्टिव ANDA और NDA प्रोडक्ट्स का पोर्टफोलियो है, जिन्हें US FDA की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें से 66 प्रोडक्ट्स पहले ही कमर्शियलाइज किए जा चुके हैं। अमेरिकी जेनेरिक फार्मा मार्केट का साइज USD 2,455.7 मिलियन है, जिसमें Rubicon Research ने USD 195 मिलियन का योगदान दिया।
इसके अलावा, कंपनी के पास 17 नए प्रोडक्ट्स US FDA ANDA approval के इंतजार में हैं और 63 प्रोडक्ट्स विकास के विभिन्न चरणों में हैं। कंपनी ने 96 कस्टमर्स को 350 से ज्यादा SKUs सप्लाई किए हैं, जिनमें तीन बड़े व्होलसेलर्स शामिल हैं, जो अमेरिकी व्होलसेल ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन का 90% हिस्सा संभालते हैं। इसके अलावा, Rubicon Research ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, सऊदी अरब और UAE में भी प्रोडक्ट्स को रजिस्टर या फाइल कर चुकी है और मंजूरी मिलने पर कमर्शियल एक्टिविटी शुरू करेगी।
कंपनी के तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स भारत में और दो US FDA इंस्पेक्टेड R&D फेसेलिटीज (भारत और कनाडा) हैं। Rubicon Research पिछले कुछ वर्षों से मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखा रही है। FY2024 में कंपनी ने प्रॉफिट हासिल किया और FY2025 में लाभ 47.6% बढ़कर ₹134.4 करोड़ हुआ, वहीं रेवेन्यू 50.4% बढ़कर ₹1,284.3 करोड़ पहुंचा। जून 2025 की तिमाही में प्रॉफिट 69.4% बढ़कर ₹43.3 करोड़ और रेवेन्यू 11.3% बढ़कर ₹352.5 करोड़ दर्ज किया गया।
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